दिवाली के लिए आभूषणों की पसंद व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और सांस्कृतिक परंपराओं के आधार पर भिन्न हो सकती है। दिवाली दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, और पहने जाने वाले गहनों का प्रकार एक क्षेत्र या समुदाय से दूसरे में भिन्न हो सकता है। कुछ सामान्य प्रकार के आभूषण जिन्हें लोग दिवाली पर पहनना पसंद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:
सोने के आभूषण: कई भारतीय संस्कृतियों में सोने को एक शुभ धातु माना जाता है, और इसे अक्सर दिवाली के दौरान पहना जाता है। इसमें सोने के हार , चूड़ियाँ, झुमके और अंगूठियाँ शामिल हो सकती हैं।
चांदी के आभूषण: सोने की तरह चांदी के आभूषण भी दिवाली के दौरान लोकप्रिय हैं। लोग चांदी की चूड़ियाँ , पायल और अन्य आभूषण पहनते हैं।
पारंपरिक आभूषण: कई व्यक्ति पारंपरिक और सांस्कृतिक आभूषण, जैसे कि कुंदन, पोल्की, मीनाकारी, या मंदिर के आभूषण चुनते हैं, जो जटिल डिजाइनों से सजाए जाते हैं और अक्सर रंगीन रत्नों से सुसज्जित होते हैं।
रत्न आभूषण: दिवाली एक उत्सव का अवसर है, और कुछ लोग जीवंत और रंगीन रत्नों जैसे माणिक, पन्ना, नीलम, या अन्य कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों वाले आभूषण पहनना पसंद कर सकते हैं।
पोल्की और कुन्दन सेट: पोल्की और कुन्दन आभूषण, जो अपने अनकट हीरों और विस्तृत डिजाइनों के लिए जाने जाते हैं, दिवाली जैसे विशेष अवसरों के लिए लोकप्रिय विकल्प हैं।
चोकर नेकलेस: चोकर-स्टाइल नेकलेस ट्रेंडी हैं और आपके दिवाली आउटफिट में सुंदरता का स्पर्श जोड़ सकते हैं।
स्टेटमेंट इयररिंग्स: बड़े, अलंकृत इयररिंग्स आपकी दिवाली पोशाक को सजाने का एक शानदार तरीका हो सकते हैं।
नाक की अंगूठी (नथ): कुछ महिलाएं अपने पारंपरिक दिवाली आभूषणों के हिस्से के रूप में नाक की अंगूठी या नथ पहनना चुन सकती हैं।
चूड़ियाँ: स्टैकेबल चूड़ियाँ या पारंपरिक कांच की चूड़ियाँ अक्सर उत्सव की पोशाक के पूरक के लिए पहनी जाती हैं।
मांग टीका: मांग टीका माथे का एक आभूषण है जो पारंपरिक भारतीय परिधानों में एक सुंदर जोड़ हो सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आभूषणों की पसंद क्षेत्रीय और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं से भी प्रभावित हो सकती है। दिवाली बेहतरीन पोशाक पहनने का समय है, इसलिए लोग अक्सर ऐसे आभूषण चुनते हैं जो उनकी पोशाक के साथ मेल खाते हों और समग्र उत्सव का लुक देते हों।